उद्योग आधार के लाभ व रजिस्ट्रेशन की जानकारी। ( benefits and information about udyog aadhar )
हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हर तबके के लोगों को एक साथ लेकर विकास की ओर अग्रसर होने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे देश के विकास के लिए धन का सबसे ज्यादा बड़ा हिस्सा हमारे देश में होने वाले व्यापार से आता है। इसलिए हमारे देश की सरकार व्यापार में हमारी सहायता करने के लिए बाध्य है। आज हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। ( udyog aadhar )
उद्योग आधार क्या है? ( What is udyog aadhaar? )
उद्योग आधार एमएसएमई मंत्रालय द्वारा जारी किया गया 12 अंकों का पंजीकरण है। यह भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है। काफी समय से आ रहे चले आ रहे छोटे छोटे उद्योगों को और इसी तरह के नए उद्योगों को इस तरह का पंजीकरण दिया जा रहा है। उद्योग आधार को प्राप्त करने के लिए पंजीकरण कराना आवश्यक होता है। 18 सितंबर 2015 को सरकार ने इस के हवाले से उद्योग आधार मेमोरेंडम जारी किया था। उद्योग आधार की सहायता से MSME के अंतर्गत आप चाहे तो पंजीकरण करा सकते हैं।
पहले एमएसएमई के अंतर्गत पंजीकरण कराने के लिए लोगों को बहुत सी कागजी कार्रवाई करनी पड़ती थी। इसके लिए उन्हें EM 1 और EM 2 नामक दो फॉर्म को भरना पड़ता था। यह काम बहुत ही ज्यादा पेचीदा होता था। लेकिन जबसे उद्योग आधार आ गया है लोगों को इस विभिन्न तरह के फॉर्म को भरने की आवश्यकता नहीं रही है। यदि आपका व्यापार स्मॉल, मीडियम या फिर माइक्रो इंडस्ट्री में करना चाहते हैं तो आप बहुत ही आसानी से पंजीकरण करा सकते हैं। यह पंजीकरण ऑनलाइन शुरू किया जा चुका है। इसलिए ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए बहुत ही ज्यादा कम समय लगता है और इसके साथ-साथ हमें गैरजरूरी औपचारिकताओं से भी राहत मिलती है।
एमएसएमई विभाग क्या है? ( What is MSME department? )
एमएसएमई नामक विभाग हमारे देश में चल रहे स्मॉल, मीडियम और माइक्रो व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें नियंत्रित करने का भी कार्य करता है। इसके अलावा यह विभाग इस तरह के उद्योगों को शुरू करने के लिए तकनीकी तथा आर्थिक सहायता भी प्रदान करता है। आजकल यह मंत्रालय कलराज शर्मा के अधीन है। कलराज शर्मा 26 मई 2014 से इस पद पर कार्यरत हैं।
उद्योग आधार की पृष्ठभूमि ( Udyog aadhar scheme )
सन 2006 में हमारे देश की सरकार द्वारा एक अधिनियम संसद में पास कराया गया। इस नीति को अमल में लाया गया। इस अधिनियम के अनुसार हमारे देश की सरकार सभी छोटे और मध्यम उद्योगों को विश्व स्तर पर लाने की कोशिश करेगी तथा उनके बीच में प्रतियोगिता बढ़ाने की भी। MSMED अधिनियम के अनुसार MSME मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है।
1. सर्विस इंटरप्राइजेज
इस विभाग के अंतर्गत वह उद्योग जो हमें विभिन्न तरह की सेवाएं देते हैं वह उद्योग आते हैं।
2. मैनुफैक्चरिंग इंटरप्राइजेज
इसके अंतर्गत बड़े छोटे प्लांट मशीनरी में निवेश किया जाता है।
उद्योग आधार के लाभ। ( benefits of udyog aadhar )
1. उद्योग आधार का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसके अंतर्गत पंजीकरण कराने के लिए सारी औपचारिकताएं हमें ऑनलाइन ही पूरी करनी पड़ती है।
2. उद्योग की जानकारियों की लिए हम चाहे तो अपने हिसाब से फॉर्म को भर सकते हैं।
3.इस पंजीकरण को कराने के लिए उधमी को अपने नाम, पता, बैंक डिटेल आदि देना पड़ता है।
4. यदि एक व्यक्ति चाहे तो वह एक से अधिक उद्योग आधार फॉर्म भर सकता है।
5. एक बार अगर आपका फॉर्म अपलोड हो गया तो फॉर्म के समय दिए गए ईमेल पर आपके पंजीकरण संख्या आ जाती है।
6. इस फॉर्म को भरने के लिए हमें सरकार की तरफ से लगाए हुए किसी भी शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता।
उद्योग आधार के लिए आवश्यक दस्तावेज। ( Udyog aadhar documents )
1. यदि आवेदक के पास किसी तरह की जाती प्रमाण पत्र है तो उसे जमा देने की आवश्यकता होती है।
2. उद्योग आधार के लिए कौन से आवश्यक दस्तावेज है।
3. आवेदक के पास इस फॉर्म को भरने के लिए 12 संख्या का आधार संख्या होनी आवश्यक होती है।
4. उद्योग आधार में आपने जो भी नाम दिया है उद्योग के मालिकाना हक के लिए उसी नाम का प्रयोग किया जाएगा।
5. यदि आप व्यापार चलाना चाहते हैं तो व्यापारिक संस्था का कानूनी तौर पर सही नाम देना अति आवश्यक है।
6. यदि कोई व्यक्ति चाहे तो वह एक से अधिक उद्योग आधार के लिए आवेदन कर सकता है।
7. आवेदक को संस्था का प्रकार का प्रमाण देना होता है।
8. व्यापारिक स्थल के पते का प्रमाण पत्र, फोन नंबर, ईमेल एड्रेस देना अनिवार्य है।
9. उद्योग शुरू होने की तारीख का प्रमाण भी आवश्यक होता है।
उद्योग आधार के लिए पंजीकरण करने की विधि। ( udyog aadhar registration online and offline )
1. इसके पंजीकरण के लिए ऑफलाइन या ऑनलाइन किसी भी तरह का आवेदन किया जा सकता है।
2. इसकी सहायता से सरकार द्वारा दी जा रही है अलग अलग तरह की सेवाओं का आवेदक लाभ उठा सकता है। और इसका लाभ उठाते हुए अपने व्यापार का विस्तार भी कर सकते है।
3. पंजीकरण किए गए एंटरप्राइजेस को सरकार अलग-अलग तरह की सब्सिडी मुहैया कराती है।
4. यदि आवेदक विदेश में होने वाली प्रदर्शनी में भाग लेना चाहता है तो उसे सरकार द्वारा विदेश जाने के लिए पैसा दिया जाता है।
5. इस तरह आधार उद्योग से जुड़कर छोटे, मध्यम, सूक्ष्म व्यापारी अपने विकास अपने व्यापार को विकास की ओर अग्रसर कर सकते हैं और अपने व्यापार को एक नई दिशा देने में सक्षम हो सकते हैं।
6. इसके अलावा व्यापारी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ भी ले सकते हैं और कई लोग तो इसका लाभ उठा भी रहे हैं।